सड़क पर अपने आफिस जाते हुये एक जगह रास्ते में भीड़ लगी देख राघव ने तेजी से अपनी कार में ब्रेक लगाई और उतर कर देखा तो एक मोटर साईकल और उसका चालक गिरे पड़े थे और भीड़ दुर्घटना के कारणों पर चर्चा कर रही थी। राघव ने फुर्ती से आगे बढ़ कर चालक की नब्ज देखी जो धीरे-धीरे चल रही थी। तुरन्त निर्णय लेते हुए राघव ने वहाँ खड़े लोगो से मदद का आग्रह किया और दुर्घटना से चोट खाये हुए व्यक्ति को पास के अस्पताल ले जाते हुए वहाँ खड़े एक व्यक्ति से निवेदन किया की वह आपातस्थिति के नंबर पर काल कर पुलिस को पूरा विवरण दे कर उसे भी अस्पताल भेज दे। अस्पताल में मरीज को भर्ती करवा कर उसके परिवार को सूचित किया और फिर आफिस गया। आफिस में देर से पहुँचने के कारण बाँस के सामने पेशी हुई और जब राघव ने कारण बताया तो बाँस ने न केवल राघव की प्रशंसा सभी लोगो के सामने की बल्कि पदोन्नती के लिए भी नाम की अनुशंसा की।
यदि आप के पास भी भीड़ से अलग कर दिखाने का साहस है तो आप किसी भी परिस्थिति में अपने नेतृत्व क्षमता का प्रदर्शन कर सकते है। वास्तव में दुनिया में तीन तरह के लोग होते है एक जो आगे बढ़ कर हालात के अनुसार तुरंत निर्णय ले कर एक्शन लेते है , दूसरे प्रकार के लोग एक्शन लेने वालों का सहयोग करने लगते है, और तीसरे तरह के लोग केवल लोगो को एक्शन लेते हुये देखते रहते है और उनके किये की तारीफ या बुराई करने में लगे रहते है और जीवन ऐसे ही निकाल देते है।एक मनोवैज्ञानिक शोध से पता चला है कि केवल पाँच प्रतिशत लोग ऐसे है जिनमे आगे बढ़ कर चुनौती को स्वीकारने और फिर उसका समाधान करने का साहस होता है। पन्द्रह से बीस प्रतिशत लोग पीछे सुरक्षित होकर चलना पसंद करते है और बाकी लोग पूरी जिन्दगी भीड़ का हिस्सा बने रहते है।अब आपको यह तय करना है कि आप कहाँ रहना चाहते है।
यदि आप में नेतृत्व के स्वाभाविक गुण यानी संवेदनशीलता,साहस,आत्म विश्वास और दूसरे लोगो के साथ आगे बढ़ने की इच्छा शक्ति है तो आप भी आगे बढ़ कर चाहे आफिस हो या खेल का मैदान अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन कर सकते है।आपका यह गुण आपको न केवल दूसरो से आगे रखने में मदद करेगा बल्कि आप अपने लिए वह मुकाम बना सकने में भी सफल होंगे जिसके बारे में ज्यादातर लोग केवल सोच ही सकते है।
नेतृत्व करने के लिए आपको जिन गुणों का विकास करना है वह है लक्ष्य निर्धारण यानी जहाँ आप पहुंचना चाहते है वहां पहुचने के लिये आप अपनी टीम को सहमत कर साथ में सामूहिक लक्ष्य पर काम करने के लिए प्रोत्साहित कर सकते है। लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आवश्यक सभी योग्यताएँ यदि अभी नहीं भी है तो उनको पाने की समय बद्ध योजना, सकारात्मक सोंच वाला रवैया यानी पॉजिटिव एटीटयुड जिससे आप समस्या के बजाये समाधान का हिस्सा बन सके।
टीम और बाहर के लोगों के साथ प्रभावशाली सम्प्रेषण तथा व्यहार कुशलता, साथ ही कर सकते है और निश्चित ही करेंगे का स्वभाव और अपनी योजना,क्षमता और टीम की क्षमता पर पूर्ण विश्वास,ऐसा प्रभावशाली व्यक्तित्व जिसने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर अपने लिए विशेष स्थान बनाया हो को आदर्श बनाकर उसके पदचिन्हों पर चलने का निश्चय कुछ ऐसे आवश्यक गुण है जिनको अपना कर आप अपनी नेतृत्व क्षमता का लोहा मनवा सकते है और अपने लिए कार्य क्षेत्र तथा समाज में उच्च प्रतिष्ठा निश्चित कर सकते है।
आईये आज यह निश्चित करें की विभिन्न परिस्थितियो के मूक दर्शक बन कर भीड़ का हिस्सा बननें के बजाय अपने अन्दर नेतृत्व के लिए आवश्यक गुणों का विकास कर उन्हें प्रयोग में लायेंगे ताकि यह जीवन हमारे लिये, परिवार के लिए और समाज के लिये उपयोगी बन सके और हमारे जाने के बाद भी हमारे कामो के निशान आने वाली पीढ़ी को दिखाई भी दे और उन्हें कुछ बेहतर कर गुजरने के लिए प्रेरित करे तभी हम अपने जीवन को सफल बना सकंगे।
अजय सिंह
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